Tuesday, October 18, 2011

गूँज

हर हर हर हर हर महादेव!
धुन यही गूँजेगी सुबह सवेर -
हर हर हर हर हर महादेव!

हारी परबत के शिखर से,
रैनावारी की गलियों से,
कूचा कूचा, बस्ती बस्ती
शहर की भीड़, गाँव के खेत!
हर हर हर हर हर महादेव!
धुन यही गूँजेगी सुबह सवेर -
हर हर हर हर हर महादेव!

क्षीरभावनी के मंदिर से,
मार्तंड के अमर खँड़र से,
चप्पा चप्पा, ज़र्रा ज़र्रा
बच्चा, भूढ़ा
जवां, अधेड़!
हर हर हर हर हर महादेव!
धुन यही गूँजेगी सुबह सवेर -
हर हर हर हर हर महादेव!

शंकराचार्य से, अनंतनाग से,
गणपतयार से, अमरनाथ से,
मिलके मिलके, हर इक दिल से
निकलेगी आवाज़ यही एक -
हर हर हर हर हर महादेव!
धुन यही गूँजेगी सुबह सवेर -
हर हर हर हर हर महादेव!

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